बिहार महिला का खुलासा: “हमें कहा गया था, वही बोला”

बिहार की वह महिला, जिसने हाल ही में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को बताया था कि उसके परिवार के नाम मतदाता सूची से गायब हैं, अब चौंकाने वाला खुलासा कर रही है।

महिला का कहना है — “हम सीधे-सादे गाँव के लोग हैं। हमें जो कहा गया, हमने वही कहा।”
इस बयान ने न केवल राहुल गांधी के दावे पर सवाल खड़े कर दिए हैं, बल्कि कांग्रेस की राजनीतिक रणनीति पर भी गंभीर चर्चा छेड़ दी है।

मामला क्या था?

चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी के सामने आई महिला ने भावुक होकर शिकायत की थी कि उसके परिवार के नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं। इसे लेकर कांग्रेस ने बड़े स्तर पर सरकार और चुनाव आयोग पर सवाल उठाए थे।

अब बदला बयान

अब वही महिला सामने आकर कह रही है कि उसे यह बात कहने के लिए तैयार किया गया था। गाँव-देहात के लोगों की सीधी-सादी जीवनशैली को देखते हुए, उसने बिना जांच-पड़ताल किए वही कहा जो उसे समझाया गया।

राजनीतिक मायने

यह घटना कांग्रेस की विश्वसनीयता पर चोट करती है। विपक्ष पहले ही राहुल गांधी पर “झूठ और ड्रामे की राजनीति” करने का आरोप लगाता रहा है। महिला का यह ताजा बयान कांग्रेस की चुनावी रणनीति पर गंभीर प्रश्नचिह्न खड़ा करता है।

जनता की प्रतिक्रिया

लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या आम ग्रामीणों को राजनीतिक प्रचार के मोहरे की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है।